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सोमवार, 26 सितंबर 2016

‘तीज पर्व’ पर प्रचलित पारंपरिक हरियाणवी लोकगीत


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इस बार ‘तीज पर्व’ पर प्रचलित हरियाणवी लोकगीत सुनने का एक नायाब अनुभव हुआ। रोहतक के महारानी किशोरी जाट कन्या कॉलेज में आयोजित ‘तीज-उत्सव’ में प्रख्यात हरियाणवी शख्सियत आदरणीय श्री रघुविन्द्र मलिक के आमंत्रण पर जाने का सौभाग्य मिला। इस अवसर पर कॉलेज प्रशासन ने ‘तीज पर्व’ की मूल पहचान को जीवन्त कर रखा था। तीज के गीत, झूले, हंसी-ठिठौली, गुलगुले-सुहाली, मेहन्दी, नाच-गीत आदि सबकुछ देखने को मिला। सबसे बड़ी बात यह थी कि इस आयोजन का मूल मकसद नई पीढ़ी की लड़कियों को हमारी मूल हरियाणवी तीज-परंपरा से साक्षात रूबरू करवाने का था। इससे बड़ी बात यह थी कि कॉलेज की प्रिन्सीपल श्रीमती कृष्णा चौधरी ने स्वयं आगे बढ़कर अपनी टीम के साथ ‘तीज पर्व’ पर गाया जाने वाल मूल पारंपरिक हरियाणवी गीत मंच से गाया और हरियाणवी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन की अनूठी मिसाल पेश की। यह नायाब अनुभव आपके साथ सांझा करने की प्रबल इच्छा हुई। आप भी देखिए व सुनिए ‘तीज पर्व’ पर प्रचलित हमारा पारंपरिक हरियाणवी लोकगीत...! इसके लिए https://www.youtube.com/channel/UCTffoVWnqRlWknMuof94pSAइस लिंक को क्लिक करने का कष्ट करें:
- राजेश कश्यप


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