अपने माता-पिता श्रीमती कैलाशो देवी व श्री महेन्द्र सिंह से आशीर्वाद लेते हुए राजेश कश्यप। |
आदरणीय मित्रो! 35 वर्ष के असीम संघर्षमयी जीवन के एक नए पड़ाव पर पहुँचकर बेहद भाव-विभोर हूँ। प्रातःकाल अपने माता-पिता श्रीमती कैलाशो देवी व श्री महेन्द्र सिंह के पावन चरणों का स्पर्श कर आशीर्वाद लेने के बाद से तो अति भाव-विभोर हूँ। उनके अटूट, असीम, अथक और अनूठे संघर्ष, त्याग और आशीर्वाद की बदौलत आज मैं आपके सम्मान एवं स्नेह का पात्र बन पाया हूँ। निःसन्देह, कोई भी सन्तान अपने माता-पिता के ऋणों से आजीवन मुक्त नहीं हो सकता। सिर्फ उनके पावन चरण ही हमें हर ऋण, दुःख, पाप, कष्ट, बाधा, चिंता और चुनौतियों के पार पहुँचा सकते हैं। आयु के 36वें नवजीवन के शुभारम्भ पर आपके आशीर्वाद, स्नेह और मार्गदर्शन का अभिलाषी हूँ। मैं तहेदिल से आभारी हूँ श्री बलजीत सिंह जी का, जिन्होंने इस वर्ष भी कल जन्मदिन की अग्रिम बधाई प्रेषित की और आज सुबह आदरणीय श्री रघविन्द्र मलिक जी ने सबसे पहले फोन पर जन्मदिन की बधाई और अमूल्य आशीर्वाद दिया। इसके साथ ही फेसबुक, एसएमएस और वाट्सअप पर सैकड़ों मित्रों और शुभचिन्तकों के स्नेह व आशीर्वाद भरे सन्देशों को तहेदिल से स्वीकार करते हुए मैं बार-बार हृदय से सादर आभार व्यक्त करता हूँ। आप सबको कोटि-कोटि सादर प्रणाम।।।
‘मेरा जीवन-संघर्ष’: एक झलक :-
http://rajeshkashyapintroduction.blogspot.in/2015/06/my-life-struggle-rajesh-kashyap.html
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