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हरियाणवी कवि-कवयित्रि |
गत 1 नवम्बर, 2015 को 50वें ‘हरियाणा-दिवस’ के पावन अवसर पर महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में एक शानदार ‘हरियाणवी कवि सम्मेलन’ आयोजित किया गया था। सभी कवि एक से बढ़कर एक थे। लेकिन, एकमात्र युवा कवयित्रि के एकमात्र गीत ने बेहद प्रभावित किया। मेरी प्रबल इच्छा है कि एक बार आप भी इस प्रेरणादायी हरियाणवी गीत - ‘बेटी पढ़ाओ तुम-बेटी बचाओ तुम’ - जरूर सुनें। मेरा पूरा विश्वास है कि आप भी इस गीत को सुनेंगे तो नतमस्तक हो जाएंगे।
इस गीत को सुनने के लिये इस लिंक को क्लिक करने का कष्ट करें:
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