श्रीमती स्मृति ईरानी |
Mrs. Smriti Irani's character has already been attacked repeatedly!
16 मार्च, 2015 का दिन देश के इतिहास में बेहद शर्मनाक दिनों की सूची में दर्ज हो गया। मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी के चरित्र पर जिस तरह से जनता दल यू के नेता शरद पवार ने देश की सर्वोच्च संसद में चरित्र पर उंगली उठाई है, वह बेहद निंदनीय और शर्मनाक है। जब स्मृति ईरानी ने भारत की सांवली महिलाओं के संदर्भ में की गई टिप्पणी को शरद यादव से वापस लेने की मांग की तो वे एकाएक भड़क गए और नारी जाति के सम्मान को भूला बैठे। उन्होंने आपा खोते हुये कहा कि ‘मैं जानता हूँ कि आप क्या हैं?
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी श्रीमती ईरानी पर चारित्रिक हनन के रूप में हमला हो चुका है। इससे पहले कांग्रेस सांसद संजय निरूपम देश के प्रमुख हिन्दी समाचार चैनल एबीपी न्यूज की एक बहस के दौरान श्रीमती ईरानी पर चारित्रिक टिप्पणी कर चुके हैं। जब श्रीमती ईरानी 20 दिसम्बर, 2012 को गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के परिणामों पर आधारित चर्चा में भाग ले रहीं थीं तो बहस के दौरान संजय निरूपम ने आपा खोते हुए बेहद शर्मनाक टिप्पणी करते हुए कहा था कि ‘‘कल तक तो टेलीविजन पर ठुमके लगा रही थीं, आज राजनीतिज्ञ बनकर घूम रही हैं...सटअप! क्या करैक्टर है आपका?’’’
निःसंदेह! श्रीमती स्मृति ईरानी के निजी जीवन एवं चारित्रक हनन वाले हमले बेहद शर्मनाक, निन्दनीय एवं अक्षम्य हैं।
-राजेश कश्यप
-राजेश कश्यप
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