हरियाणा कश्यप राजपूत सभा ने काली पट्टियां बांधकर मनाई महर्षि कश्यप जयन्ति
हरियाणा कश्यप राजपूत सभा, रोहतक ने फतेहपुर (झाड़सा) गुडगाँव में गत 15 मई को हुडा विभाग, प्रशासन व प्रदेश सरकार द्वारा बेघर व बर्बाद किए गए 250 गरीब कश्यप परिवारों को बेघर व बर्बाद करने के विरोध स्वरूप सांकेतिक काली पट्टियाँ बांधकर महर्षि जयन्ति मनाईं। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी महेन्द्र सिंह कश्यप ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि समाज की उन्नति एवं प्रगति के लिए 'बुराईयों से दूर और शिक्षा बेहद जरूरÓ के मंत्र को अपनाना होगा। उन्होंने आगे कहा कि हमें नशे व अन्य दुव्र्यसनों से दूर रहते हुए अपने बच्चों की शिक्षा पर जोर देना होगा। तभी हम जागरूक व एकजूट होकर अन्याय के विरूद्ध डटकर लड़ सकते हैं और तरक्की हासिल कर सकते हैं।
इस अवसर पर हरियाणा कश्यप राजपूत सभा के जिला प्रधान राजेश कश्यप ने अपने सम्बोधन में कहा कि गत 15 मई को हुडा विभाग, प्रशासन व प्रदेश सरकार ने पुलिस की बर्बर एवं अमानवीय कार्यवाही के जरिये तीन-चार पीढिय़ों से बसे फतेहपुर (झाड़सा) गुडग़ाँव के 250 से अधिक कश्यप परिवारों को बेघर व बर्बाद कर दिया। इसके साथ ही 50 से अधिक निर्दोष पुरूषों व महिलाओं को जेल में डाल दिया और हजारों मासूम व अबोध बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों को मानवीय अधिकारों से वंचित कर दिया। वे खुले आसमान के नीचे गन्दे स्थानों पर भूखे-प्यासे बेहाल व घायल हुए पड़े हैं। आज भी पीडि़तों की सुध प्रशासन अथवा सरकार ने नहीं ली है। श्री कश्यप ने अपने सम्बोधन में प्रदेश की मनोहर लाल खट्टर सरकार से अपील करते हुए कहा कि पीडि़तों की सुध यथाशीघ्र ली जाये और उन्हें तत्काल मानवाधिकार मुहैया करवाए जाएं। इसके साथ ही मामले की उच्च स्तरीय जाँच करवाकर पीडि़तों को न्याय दिलाया जाये व उन्हें पुन: आबाद करते हुए समुचित मुआवजा दिया जाये।
महर्षि कश्यप जयन्ति कार्यक्रम में समाज के लोगों ने एक स्वर में फतेहपुर (झाड़सा) गुडग़ाँव की घटना की जमकर निन्दा की और प्रदेश सरकार से उच्च स्तरीय जाँच की माँग की। इसके साथ ही पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए जारी संघर्ष में सक्रिय सहयोग किया जायेगा।
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